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Artificial intelligence(AI) का हिंदी में अर्थ है कुत्रिम बुद्धिमत्ता या कुत्रिम होशियारी या कुत्रिम दिमाग।
AI मतलब एक ऐसी मशीन जो इंसानो की तरह सोच सके और कार्य कर सके।
उदाहरण के लिए
- Speech recognition
- Problem-solving
- Reasoning
- Learning
- Perception
- Ability to move objects and manipulate
- Planning
- Knowledge
ये खासकर computer system में ही किया जाता है। ये प्रकिया में मुख्य रुप से देखे तो तीन process शामिल है।
- Learning– जिसमें मशीन के दिमाग मे information डाला जाता है जिसमें कुछ rules भी शिखाये जाते है जिससे कि वो रूल का पालन करके दिए गए कार्य को पूरा करे
- Reasoning-इसके अंतर्गत मशीन को ये instruct दिया जाता है कि वो बनाये गए rules का पालन करके result की तरफ अग्रेसर हो जिससे कि उन्हें approximate या definite result हासिल हो।
- Self-correction-इसके अंतर्गत मशीन अपने आप कुछ decision लेती है।
AI यानी artificial intelligence को इस तरह से बनाया गया है कि वो इंसानो की तरह सोच सके जैसे कि इंसानी दिमाग पहले problems को सीखती है, फिर उसे process करती है और बाद में decide करती है कि क्या करना उचित होगा और उसे problem को solve करने के बारे में सोचता है। उसी प्रकार artificial intelligence में भी मशीनों को मनुष्य के दिमाग की तरह सारि विशेषता दी गयी है जिससे मनुष्य का काम आसान हो।
Artificial intelligence के बारे में सबसे पहले सन 1956 में American computer scientist john McCarthy ने ही दुनिया को बताया था। जो कि वह आज एक बहोत बड़ी फील्ड बन चुका है।
AI के लक्ष्य
Artificial intelligence पूरी दुनिया मे सबसे तेजी से बढ़नेवाली technology है। भले ही artificial intelligence मनुष्य द्वारा विकसित की गई है, लेकिन इसमें कोई संदेह नही की AI मनुष्य की तुलना में अधिक कुशल, बेहतर और कम खर्च में काम करती है। इस लिए कई industry में AI को काम में लिया जा रहा है। अभी कुछ हद तक AI हमारी daily life में आ चुकी है लेकिन वो दिन दूर नही जब हम पूरी तरह से इस technology का उपयोग करने लगेंगे। तो चलिए अब आपको कुछ लक्ष्यो को बताते है जिसे achieve करके यह AI technology जल्द ही हम तक पहुंच जाएगी।
Expert system बनाना
यह कुछ ऐसे system बनाना जो कि intelligent behaviour प्रदशन कर सके, जो कि learn कर सके, demonstrate, explain और इसके साथ अपने users को advice दे सके।
Decision making power को increase करना
कुछ ऐसी system बनाना जो मनुष्य की तरह सोच सके और उसकी तरह किसी भी समस्या का खुद से decision लेकर हल कर सके। अभी हाल में एक female robot Sophia को बनाया गया। इसके पास कुछ हद तक decision making power है और वो किसी भी सवाल का जवाब आसानी से दे सकती है। इसके कुछ और उदाहरण भी है जैसे कि google assistance, Alexa, Siri इत्यादि।
Efficient work
हुम् इंसान किसी कार्य को करने में काफी आलसी होते है इस लिये हमें उस कार्य को पूरा करने में काफी time लगता है और उनमें गलतिया भी होती है। इसका मूल लक्ष्य AI को ऐसा बनाना है कि वो हर काम minimum fault के साथ तेजी से कर सके।
Time saving
जाहिर सी बात है कि आई मनुष्यो की तुलना में काफी अधिक तेजी से कम कर सकता है। क्योंकि यह एक प्रकार की machine है , इसलिए यह काम करने से ना ही break लेता है और न ही थकता है।
AI को मुख्य रूप में दो भागों में बाटा जाता है।
पहला भाग
Weak AI
इसको narrow AI के नाम से भी जाना जाता है,यह पूरी तरह से narrow task के कार्यो पर केंद्रित है। यह मशीन अपना काम करने में बहुत smart नही होती है, यह केवल कुछ particular task ही करती है। उदाहरण के लिए Ludo और chess game में आप computer mode खेलते है, तब move अपने आप होती है। उसको ऐसा करने के लिए सारे मूव्स पहले से ही software में install कर दिए जाते है।
Strong AI
इसको general artificial intelligence भी कहा जाता है। इस प्रकार के AI system में generalized मनुष्य की बुद्धिमता होती है जिससे कि ये समय आने पर अगर इसे difficult से task दिया जाए तो ये आसानी से उसका solution निकाल सकता है। अभी इसका कोई उचित उदाहरण नही है लेकिन कुछ industry एक strong AI build करने के काफी नजदीक पहुच चुकी है।
दूसरा भाग
Reactive machine
यह मशीन बहुत सी basic होती है। यह कोई भी मेमोरी store नही करती है और future में कोई कार्य करने के लिए अपने past के experience का उपयोग भी नही कर पाती है। reactive machine बस देखकर उस पर react करती है। सन 1990 में IBM का deep blue जिसने शतरंज के grand master kasparov को हराया। ये इसका सबसे अच्छा उदाहरण है।
Theory of mind
ये एक psychology term है। इस प्रकार की machine को मनुष्य के बिलीफ4, emotions, expectation, thoughts और सामाजिक रूप से बातचीत करने में सक्षम बनाया जाता है। हालांकि इस प्रकार के AI अभी मौजूद नही है।
Self-awareness
यह एक ऐसी intelligence है जिसके पास खुद की conscious, super intelligence और self-awareness होती है। यह एक human की तरह होती है। लेकिन अभी तक इस तरह का कोई bot उपलब्ध नही है।अगर भविष्य में यह मुमकिन हुआ तो AI के लिए एक बहोत बड़ा achievement होगा।
Limited memory
इस प्रकार का AI system अपने past experiences को इस्तेमाल कर अपने future decision को तय करते है ।self-driving car में कुछ यही decision making functions को design किया गया है।
AI के application
AI महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विभिन्न उद्योगों जैसे कि शिक्षा, मनोरंजन, स्वास्थ्य, परिवहन, वाणिज्य, और कई सारे मुद्दों को हल करने में या फिर काम को आसान करने में मदद कर सकता है। इसकी कुछ application नीचे बताई गई है।
- AI in business-robotics की मदद से अब highly repetitive task अब मशीनों के द्वारा किया जा रहा है। उदाहरण के लिए chat bot को website के साथ incorporate किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द customers को service दी जा सके। machine learning algorithms को अब analytics और CRM platforms के साथ integrate किया जा रहा है जिससे कि ये पता चल सके कि कैसे companies अपने customers को बेहतर मदद कर सके।
- AI in healthcare – AI का सबसे बड़ा इस्तेमाल healthcare industry में होता है । यह सबसे बड़ा challenge यह है कि कैसे हम patient का बेहतर इलाज कर सके वो भी कमसेकम लागत में। इसलिए अब companies AI का इस्तेमाल कर रही है जिससे मरीजो का इलाज सचोट हो सके। आज के समय मे Health assistants भी आ चुके है जिसकी मदद से अब आम लोग बीमारिया का इलाज करवा सकते है।
- AI in finance – AI की मदद से financial company को काफी लाभ मिल रहा है। क्यूंकि companies को पहले data analysis करने में खूब पैसे और समय invest करना पड़ता था पर अब ऐसा नही होता अब तो AI ही सबकुछ बहुत कम समय मे कर देती है।
- AI in manufacturing – अब manufacturing में इंसानो की जगह मशीन और रोबोट्स ने ले ली है। मशीन की वजह से वही काम जल्दी और बेहतर तरीके से किया जा रहा है।
- AI in education – AI tutor की मदद से अब students घर बैठे ही सभी चीज़ों का हल ढूंढ लेता है। इससे उनकी पढ़ने में interest भी काफी बढ़ रही है। AI की मदद से कोई भी छात्र की रिपोर्ट को inspect किया जा सकता है। automatic grading किया जा सकता है जिससे शिक्षको को ज्यादा टाइम मिल सके छात्रों को पढाने में।
- AI in communication – इसकी मदद से हम किसी भी भाषा का वास्तविक समय मे किसी भी भाषा मे अनुवाद, वास्तविक समय प्रतिलेखन, आवाज नियंत्रण कर सकते है।
- AI in transportation – इसकी मदद से हम auto driving कर सकते है जिससे accident होने के chances कम हो सकते है।